एआईएडीएमके महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी ने भाजपा में फिर से शामिल होने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि गठबंधन “मौजूद नहीं है”। उनकी यह टिप्पणी तमिलनाडु भाजपा में संभावित नेतृत्व परिवर्तन की अफवाहों के बाद आई है।
एआईएडीएमके महासचिव और विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी (ईपीएस) ने मंगलवार को फिर से पुष्टि की कि उनकी पार्टी भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में फिर से शामिल नहीं होगी, जिससे चल रही अटकलों पर विराम लग गया।
यह टिप्पणी इस सवाल के जवाब में आई कि क्या तमिलनाडु भाजपा नेतृत्व में बदलाव होने पर एआईएडीएमके अपने रुख पर पुनर्विचार कर सकती है। इस धारणा को खारिज करते हुए ईपीएस ने कहा, “आप यह सब क्यों पूछ रहे हैं? ऐसी जगह का रास्ता मत पूछिए जो मौजूद ही नहीं है। हम बाहर निकल चुके हैं। इसके बारे में पूछने का कोई मतलब नहीं है, इसे छोड़ देते हैं।”
जब इस पर और जोर दिया गया, तो पलानीस्वामी ने स्पष्ट किया कि भाजपा के भीतर नेतृत्व के बारे में निर्णय एआईएडीएमके के अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं। “यह एक राष्ट्रीय पार्टी है। उन्होंने कहा कि हमारे पास यह कहने का अधिकार नहीं है कि कोई बदलेगा या नहीं। नवंबर 2024 में ईपीएस ने सुझाव दिया था कि पार्टी सत्तारूढ़ डीएमके को हराने के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा था: “(राज्य) चुनावों में अभी 18 महीने बाकी हैं। चुनाव नजदीक आने पर ही पता चलेगा कि कौन किसके साथ गठबंधन कर रहा है। जहां तक एआईएडीएमके का सवाल है, जो पार्टियां हमारा नेतृत्व स्वीकार करती हैं, उन्हें साथ लिया जाएगा। हमारा उद्देश्य जनविरोधी डीएमके को हटाना है।” हालांकि, इसके तुरंत बाद ईपीएस ने गठबंधन के लिए अपनी पार्टी के भाजपा के साथ फिर से जुड़ने की सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि अन्नाद्रमुक भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी। ईपीएस ने कहा, “लोकसभा चुनाव के समय से ही हमने साफ तौर पर कहा है कि हम भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।” तमिलनाडु में राजनीतिक रणनीतियों और नेतृत्व की गतिशीलता में मतभेदों के बाद सितंबर 2023 में अन्नाद्रमुक और भाजपा अलग हो गए।